प्रिय पाठकों,
जहां तक मेरा अनुमान है ‘लाल किताब’ द्वारा राशिफल लिखना आसान काम नहीं है, कारण लाल किताब में दिए गए सिद्धांतों को गोचर से मिलाना मुश्किल है, 2010 से ‘लाल किताब राशिफल‘ पाठकों ने बहुत पसन्द किया। इस ‘लाल किताब अमृत‘ राशिफल को बहुत प्रोत्साहन दिया।
बृज मोहन सेखड़ी ‘लाल किताब बाबा‘ का कहना है ‘‘लाल किताब के उपाय हमेशा शुभ फल देते हैं।
आपको हर्ष होगा कि ‘लाल किताब अमृत राशिफल 2016 त्रिकालदर्शी उपायों सहित’ की प्रति आपके हाथों में।
गोचर में मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र और शनि अस्त-उदय, वक्र्री-मार्गी होते रहते है, कई-कई दिनों या महीनों तक एक ही राशि में रहते है। जिसके कारण एक ही तरह का फलित और उपाय बार-बार आते है, इस पर विचार न करें।
हर राशि में मास के नीचे अशुभ तारीखें दी गई है, इनमें जरूरी नहीं कि अशुभ फल हो, इन तारीखों में सतर्क रहना बहुत जरूरी है।
प्रत्येक जन्म राशि का राशिफल गोचरानुसार दिया गया है और ग्रहो का विशेष फल एवं उपाय हर राशि के अंत में दिये गये है।
राशिफल 2016 में दिया गया फलित घटने और उपायों से सबको लाभ होने की गारंटी नहीं है।
राशिफल 2016 के बारे में आप आप अपने सुझाव अवश्य लिखें और यदि कोई भी त्रुटि हो, तो उसे लेखक को अवगत करवायें।
धन्यवाद।
आपका
अजीत कुमार सिंह
(Director : Mindsutra Software Technologies)
1- उपाय सूर्य निकलने के बाद सूर्य छिपने तक दिन के समय करें, रात के समय उपाय करना अशुभ फल दे सकता है।
2- कोई भी उपाय शुरू करने के लिए किसी खास दिन सोम-मंगलवार, अमावस्या-पूर्णिमा आदि का कोई विचार नहीं होगा।
3- लम्बे समय करने का उपाय 4-9-14 तिथियों (चन्द्र दिन) को उपाय शुरू न करें। इन तिथियों में शुरू किया हुआ उपाय पूर्ण नहीं होता।
4- जातक का कोई भी खून का सम्बन्धी जैसे भाई-बहन, माता-पिता, दादा-दादी, पुत्र-पुत्री आदि उपाय कर सकता है जो फलदाई होगा।
5- एक दिन में केवल एक ही उपाय करें, एक दिन में दो उपाय करने से शुभ फल नहीं मिलता या किया हुआ उपाय निष्फल हो सकता है।
6- उपाय जिस निश्चित अवधि के लिये लिखे गये है, वहां तक ही करें।
7- खाने-पीने के उपाय अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रख कर करें।
8- बिल्ली की जेर, हाथी दांत, मृगशाला आदि के उपाय वाइल्ड लाईफ नियमों अनुसार करें।
नोट- अगर आप किसी कारण उपाय नहीं कर सकते तो जो परहेज बताए गये हैं, उनको करने से भी आपको लाभ जरूर मिलेगा, जैसे : माँस-मदिरा का सेवन न करें, चाल-चलन ठीक रखें/चरित्रहीन न बनें/परिवार के लोगों से सम्बन्ध न बिगाड़े, झूठ न बोलें और झूठी-गवाही न देवें, किसी के लिये झूठी-सच्ची कसम न खायें, झूठा भोजन न करें या न करावें, पराई अमानत की चाह न रखें, नीयत में खोट न रखें, परस्त्री/परपुरूष से अनैतिक सम्बन्ध न रखें आदि।
लेखक के विषय में
लाल किताब वास्तु विशेषज्ञ
ए-38 अमृत नगर, नई दिल्ली-110003
+91-11-24649899
09310001776, 09810001776
lalkitabbmsekhri@yahoo.com
www.lalkitabbmsekhri.com
लाल किताब (हिन्दी) के जाने-माने सर्वप्रथम लेखक बृज मोहन सेखड़ी
जो कि 1985 से भृगु ज्योतिष पब्लिकेशन्ज (पं) लुधियना में, 1994 से ए-38, अमृत नगर, नई दिल्ली-110 003 चला रहे हैं।
उन्होंने 1985 में भृगु ज्योतिष मासिक पत्रिका जालंधर से प्रकाशित की। उसके बाद 1987 में लाल किताब का संक्षिप्त रूप भृगु ज्योतिष कुण्डली विज्ञान (6 भाग),
1992 में मंगल-मंगलीक/अमंगल, शनि-साढेसाती/ढैय्या,
आप और आपकी राशि (2 भाग) और 1994 में भृगु ज्योतिष लग्न से द्वादश भाव (12 भाव) प्रकाशित किये। सेखड़ी जी को उनके लाल किताब पर शोध् के लिए नगद राशि,
स्मृति चिन्हों, सम्मान पत्रों, स्वर्ण पदकों से सम्मानित किया जाता है।
1999 में इण्डियन एस्ट्रोलोजर्स ह्युमैन वैलपफेयर एसोसिएशन (पं0) (IAHWA) की नींव रखी।
इस संस्था का कार्यालय ए-38, अमृत नगर, नई दिल्ली-110003 है। सेखड़ी जी के द्वारा लिखित लाल किताब वास्तु और लाल किताब (संस्करण 1951 हिन्दी प्रेस में है)
और लाल किताब होरोस्कोप पैकेज भी लगभग तैयार हो चुका है। आम आदमी के लिये नई उपलब्धि् लाल किताब समृद्धि ( जन्म कुण्डली ) के नवग्रहों का शुभाशुभ फल, ऋणपितृ एवं साढेसाती,
मंगलीक दोष निवारण आदि, उपायों सहितद्ध, लाल किताब समृद्धि वर्षफल (वर्ष कुण्डली के अनुसार वर्ष भर के शुभाशुभ ग्रहों का फल, उपायों सहित)
एवं लाल किताब समृद्धि वास्तु (जातक को मकान का सुख कब और कैसे? वास्तु दोषों का निवारण, उपायों सहित) बनवा कर आप अपनी समस्याओं का समाधन स्वयं कर सकते है।
राजेश मग्गो
मेष
चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ
वृष
ई, ऊ, ए, ओ, बा, बी, बू, बे, बो
मिथुन
का, की, कु, थ, छ, के, को, हा, ड
कर्क
ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
सिंह
मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
कन्या
टो, पा, पी, पु, ष, ण, ठ, पे, पो
तुला
रा, री, रू, र, रो, ता, ती, तू, ते
वृश्चिक
ता, न, नी, नू, ने, नो, य, यी, यू
धनु
ये, यो, भा, भी, भू, थ, फ, ढ, भे
मकर
भो, जा, जी, खी, खू, खे, खा, जू, जे
कुम्भ
गू, गे, गो, सा, सी, सु, से, सो, सी
मीन
सू, दू, घ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची
बिना मांगे कई चीजें मिलेगी, मामे/भांजे/दोहते के द्वारा लाभ होगा, बुजुर्गों का मान-सम्मान बढे़गा, शत्राु दब कर रहेंगे, धन के लिये भाग-दौड़ करनी पड़ेगी, कर्ज मांगने से मान हानि होगी, ताया-चाचा, मामा से झगड़ा न करेंं, मुत का माल खाने अय्याशी करने से समय खराब होगा।
परहेजबिना कारण यात्रा न करेंं, किसी से कोई भी चीज न मांगे।
उपायबुजुगो के नाम पर गरीबों को दान देवे, धर्म स्थान के पुजारी को िसले हुए वस्त्रा देवे, केसर, दाल चना और दूध धर्म मंदिर में चढ़ायें, माथे पर हल्दी या केसर का तिलक करें।
धार्मिक कायो में अग्रणी रहेंगे, संतान सुख की चिंता रह सकती है, पति/पत्नी के भाग्य में तरक्की होगी, ट्रांस्फर होने या यात्रा करने से तरक्की होगी, आवारा साधु-फकीर से संबंध रखने से हानि होगी, बुजुर्गों को सांस या दमा के रोग का भय।
परहेजसोना-चांदी आदि धातु के धार्मिक चिन्हों या भगवान के चित्राों वाले िसक्के न रखें, धर्म स्थान से मिले पीले वस्त्रा न रखें/न पहने, धार्मिक पुस्तकें बक्सादि में बन्द करके न रखें।
उपायशुद्ध ठोस चाँदी घर में रखें, आपकी पत्नी जब भी मायके जाये, वहां से कुछ न कुछ घरेलु सामान जरुर लाये।
शुभाशुभ दोनों तरह का फल मिलेगा, आंखों में रोग का भय, बुरे काम करने से धन हानि होगी और आप दु:खी रहेंगे, हरेक के भले के साथ अपना भला मांगेंगे, अभिमान करने और आत्म प्रशंसा करवाने से हानि होगी।
परहेजसांपों को न मारें/न मरवायें, किसी के मकानादि पर कब्जा न करेंं, शराब-मीट का सेवन न करेंं, मकान में मोटे चींटे/काक्रोच न निकले और दरारें न हो।
उपायशुद्ध चाँदी का चौरस टुकड़ा पास रखें, स्नान करते समय पैरों के नीचे कोई भी चीज रख कर, स्नान करेंं, 800 ग्राम या 8 किलो काले उड़द जल प्रवाह करें।
दूसरों की इज्जत करने और नेक व्यवहार करनेे से सुख के साधन बढ़ेंगे, संतान के द्वारा भाग्योदय होगा, नौकरी-व्यापार में ईमानदार रहने से तरक्की होगी, किसी से गाली-गलौज करने और साधु-फकीर की निन्दा-चुगली करने से समय खराब हो जाएगा, अधिक क्रोध आयेगा, तो आपके काम बिगड़ते जायेंगे, मामा या मामा की संतान पर बुरा फल हो सकता है।
परहेजनौका से संबंधित काम न करें, धर्म के विरुद्ध कोई काम न करेंं।
उपाय5 दिन लगातार धर्म स्थान/धर्मशाला की सीढि़याँ साफ करें, साधु-फकीर का आशीर्वाद लेवे।
दबिना मांगे कई चीजें मिलेगी, मामे/भांजे/दोहते के द्वारा लाभ होगा, बुजुर्गों का मान-सम्मान बढे़गा, शत्राु दब कर रहेंगे, धन के लिये भाग-दौड़ करनी पड़ेगी, कर्ज मांगने से मान हानि होगी, ताया-चाचा, मामा से झगड़ा न करेंं, मुत का माल खाने और अय्याशी करने से समय खराब होगा।
परहेजबिना कारण यात्रा न करेंं, किसी से कोई भी चीज न मांगे।
उपायबुजुगो के नाम पर गरीबों को दान देवे, धर्म स्थान के पुजारी को िसले हुए वस्त्रा देवे, केसर, दाल चना और दूध धर्म मंदिर में चढ़ायें, माथे पर हल्दी या केसर का तिलक करें।
धन की आई-चलाई खूब होगी मगर जमीन-जायदाद का लाभ होने की शर्त नहीं, आंखों में कष्ट का भय, परिवार में वैध/डॉक्टर/कैमिस्ट का संबंध होगा, शिर से संबंधित रोग का भय, परस्त्री/परपुरुष से संबंा रखा तो दीर्ा रोग होने का भय, जमीन-जायदाद बिक सकती है मगर बिना कारण मकान बेचा तो परेशानी होगी, बीयर, शराबादि पीने से सरकारी परेशानी आ सकती है या धन/परिवार की चिंता रहेगी।
परहेजचोर-डाकू से संबंध न रखें, किसी प्रकार का हथियार पास न रखें।
उपायकाली गाय की सेवा/पालना करें, बांसुरी में खांड भर कर, वीरान जमीन में दबायें, मिट्टी की मटकी में शहद भर कर जमीन में दबायें।
रूहानी विचारों और परिवार के सदस्यों द्वारा भाग्योदय होगा, आपके शहर/गांव में बुजुर्गों का और आपका नाम होगा, खेती-बाड़ी और पशुओं से संबंधित कायो करने से लाभ होगा, साफ दिल और सहचरित्र रहने से तरक्की होगी, पत्नी और संतान सेवा करेगी, बुजुर्गों से सुख मिलेगा, सरकार से लाभ मिलेगा, परपुरुष/परस्त्री संबंध न रखें, शराब-मीट का सेवन न करेंं।
परहेजनिर्धन व्यक्ति से संबंध न रखें, टुटे हुए खिलौने न रखें, टुटे हुए खिलौनें बच्चों को खेलने के लिये न देवें।
उपायबुजुगो का आशीर्वाद लेंवे, दादा-पिता, कुल पुरोहित का आशीर्वाद लेवें, 10 दिन लगातार बहते पानी में स्नान करेंं, बन्द गले की बनियान पहने या टाई लगायें।
दूसरों की इज्जत करने और नेक व्यवहार करनेे से सुख के साधन बढ़ेंगे, संतान के द्वारा भाग्योदय होगा, नौकरी-व्यापार में ईमानदार रहने से तरक्की होगी, किसी से गाली-गलौज करने और साधु-फकीर की निन्दा-चुगली करने से समय खराब हो जाएगा, अधिक क्रोध आयेगा तो आपके काम बिगड़ते जायेंगे, मामा या मामा की संतान पर बुरा फल हो सकता है।
परहेजनौका से संबंधित काम न करें, धर्म के विरुद्ध कोई काम न करेंं।
उपाय5 दिन लगातार धर्म स्थान/धर्मशाला की सीढि़याँ साफ करें, साधु-फकीर का आशीर्वाद लेवे।
परिवार में किसी को पेशाब, गुर्दे या पत्थरी रोग का भय, पुरानी चीजों मकान-मशीनरी के कामों से लाभ होगा, बुजुर्गों से धन-दौलत का लाभ होगा, शनि से सम्बन्धित काम रात के समय करने से लाभ होगा, परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा, यात्रा या यात्रा सम्बन्धित कार्य करने से लाभ होगा।
परहेजचमड़े-लोहे का सामान गिट न लेवें, नया जूता न खरीदे, पूर्णिमा के दिन शनि से सम्बन्धित वस्तुओं का काम न करेंं।
उपायकाले कुत्ते की सेवा/पालना करें, सांप को दूध पिलाएं, पानी वाला नारियल और बादाम जल प्रवाह करें।
न्यायप्रिय और साफ दिल रहना लाभ देगा, भाई-बंधुओं और ससुराल से लाभ होगा, संतान से सुख मिलेगा, सरकार या सरकारी विभाग से लाभ होगा, पीपल का पेड़ कटवाने/काटने या धर्म के विरुद्ध काम करना हानि देगा, शत्राुओं को दबा कर रहना पड़ेगा, बुजदिल न बने और गप्पे न मारे, झगड़ालू स्वभाव होगा तो मामा और संतान को कष्ट होगा, दूसरों के धनादि पर बुरी नजर रखने से आपकी हानि करेंगा।
परहेजघर में या घर के पास सूखा पीपल का पेड़ न हो, घर में मंदिर बना हो, तो उस मंदिर को बंद करके न रखें।
उपायदुर्गा पाठ करें, दोपहर के समय कन्याओं की सेवा करें।
रूहानी विचारों और परिवार के सदस्यों द्वारा भाग्योदय होगा, आपके शहर/गांव में बुजुर्गों का और आपका नाम होगा, खेती-बाड़ी और पशुओं से संबंधित कायो करने से लाभ होगा, साफ दिल और सहचरित्र रहने से तरक्की होगी, पत्नी और संतान सेवा करेगी, बुजुर्गों से सुख मिलेगा, सरकार से लाभ मिलेगा, परपुरुष/परस्त्री संबंध न रखें, शराब-मीट का सेवन न करेंं।
परहेजनिर्धन व्यक्ति से संबंध न रखें, टुटे हुए खिलौने न रखें, टुटे हुए खिलौनें बच्चों को खेलने के लिये न देवें।
उपायबुजुगो का आशीर्वाद लेंवे, दादा-पिता, कुल पुरोहित का आशीर्वाद लेवें, 10 दिन लगातार बहते पानी में स्नान करेंं, बन्द गले की बनियान पहने या टाई लगायें।
हर कार्य पूरी छान-बीन करके करने से, सुखमयी जीवन व्यतीत होगा, संतान की चिंता रहेगी, परिवार के कुल पुरोहित से झगड़ा न करेंं, चोरी का सामान लेने या टैक्सादि की चोरी करने से बुरा समय शुरु होगा, लेखन कार्य करने से धन की तंगी होगी, लड़ाई-मुकद्दमा आदि से बचे।
परहेजभाई बन्धुओं को गुमराह न करेंं, संतान की खुशी के समय मिठाई न बांटे ।
उपायसांप को दूध पिलायें, साले, दोहते और दामाद की सेवा करें, भूरी भैंस या बंदर की सेवा करें, 43-43 बादाम मन्दिर में ले जाये, 43 वहां छोड़े, 43 घर पर लाकर रखें।
परिवार का भरण-पोषण करते रहेंगे, लॉटरी की तरह अचानक धन लाभ होगा, ससुराल से अच्छे संबंध रखने से लाभ होगा, बुजुर्गों का सुख मिलेगा और धन की बढ़ोत्तरी होगी, मिट्टी या खेती-बाड़ी से संबंधित कामों से लाभ होगा, सोना-सर्राफी से सम्बन्धित कामों से हानि होगी, नेकी और भलाई के काम करने से बर्कत बढ़ेगी।
परहेजबुजुर्गों से झगड़ा/विरोध न करेंं, परिवार के विरुद्ध कोई काम न करेंं।
उपायमकान में कच्ची जगह रखें, पीले फूलों के गमले या क्यारियां लगायें।
न्यायप्रिय और साफ दिल रहना लाभ देगा, भाई-बंधुओं और ससुराल से लाभ होगा, संतान से सुख मिलेगा, सरकार या सरकारी विभाग से लाभ होगा, पीपल का पेड़ कटवाने/काटने या धर्म के विरुद्ध काम करना हानि देगा, शत्राुओं को दबा कर रहना पड़ेगा, बुजदिल न बने और गप्पे न मारे, झगड़ालू स्वभाव होगा तो मामा और संतान को कष्ट होगा, दूसरों के धनादि पर बुरी नजर रखने से आपकी हानि करेंगा।
परहेजघर में या घर के पास सूखा पीपल का पेड़ न हो, घर में मंदिर बना हो, तो उस मंदिर को बंद करके न रखें।
उपायदुर्गा पाठ करें, दोपहर के समय कन्याओं की सेवा करें।
परिवार में वैध/डॉक्टर/कैमिस्ट का संबंध होगा, शराब पीने से धन लाभ तो होगा मगर स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ेगा, शिर/आंखों पर चोट का भय, किसी से झगड़ा न करेंं, परपुरुष/परस्त्री से अवैध संबंध न रखे वर्ना धन हानि होगी, पानी से भय या पानी से संबंधित रोग हो सकता है, जमीन-जायदाद से सम्बन्धित कामों से लाभ होगा।
परहेजमादक द्रव्यों-चीजों का सेवन या कारोबार न करें, काले कपड़े न पहने, हरा रंग निषेध, सांपों को न मारे या उनका तेल न बेचे/न प्रयोग करें।
उपायकुएं में शुद्ध चाँदी डालेंं, सांप को दूा पिलायेंं या मजदूर की सेवा करें, भैंसेे/मछली/कौवे को भोजन का हिस्सा देवें।
विद्यार्थी है तोे विद्या में रुकावट आ सकती है, रात्रिा के समय विद्या पढ़ने से लाभ होगा, सरकारी या सरकारी विभाग द्वारा सम्मान मिलेगा, सुख के साधन बढ़ेंगे, पत्नी आज्ञाकारी और सेवा करेगी, पत्नी की किस्मत आपके बुरे समय में साथ देगी, शराब आदि पीना अवन्नति देगा, बुजुर्गों को सांस या दमा के रोग का भय।
परहेजकिसी से सफेद वस्तु मुत/गिट न लेवे, झूठ न बोले, झूठा भोजन न खायें/न खिलायें।
उपायबुजुगो के पैरों को छूकर पैरी-पैना कह कर आशीर्वाद लेवे, माथे पर हल्दी/केसर का तिलक करें।
परिवार का भरण-पोषण करते रहेंगे, लॉटरी की तरह अचानक धन लाभ होगा, ससुराल से अच्छे संबंध रखने से लाभ होगा, बुजुर्गों का सुख मिलेगा और धन की बढ़ोत्तरी होगी, मिट्टी या खेती-बाड़ी से संबंधित कामों से लाभ होगा, सोना-सर्राफी से सम्बन्धित कामों से हानि होगी, नेकी और भलाई के काम करने से बर्कत बढ़ेगी।
परहेजबुजुर्गों से झगड़ा/विरोध न करेंं, परिवार के विरुद्ध कोई काम न करेंं।
उपायमकान में कच्ची जगह रखें, पीले फूलों के गमले या क्यारियां लगायें।
धन बढ़ेगा तो परिवार का सुख की चिंता रहेगी, परिवार/जनता द्वारा मद्द मिलती रहेगी, दूसरे लोगों के काम बिगाडें़गे तो आपकी हानि होगी, अय्याशी की तरफ ध्यान रहेगा, दरिद्र योग बन सकता है, आपको या परिवार के किसी सदस्य को कुत्ते के द्वारा काटने का भय, आंखों में रोग/चोट का भय, धन-हानि या चोरी हो सकती हैै, सर्तक रहे।
परहेजमछलियां न पकड़े, शराब-मीट का सेवन न करेंं, चोरी-ठगी के काम न करेंं, भाई-बंधुओं से धनादि के लिए झगड़ा न करेंं।
उपायतीन कुत्तों को रोटी का हिस्सा देवे, दोहते, साले और दामाद की सेवा करें, आंखों के रोगियों को आंखों की दवाईयां मुत देवें।
परिवार में वैध/डॉक्टर/कैमिस्ट का संबंध होगा, शराब पीने से धन लाभ तो होगा मगर स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ेगा, शिर/आंखों पर चोट का भय, किसी से झगड़ा न करेंं, परपुरुष/परस्त्री से अवैध संबंध न रखे वर्ना धन हानि होगी, पानी से भय या पानी से संबंधित रोग हो सकता है, जमीन-जायदाद से सम्बन्धित कामों से लाभ होगा।
परहेजमादक द्रव्यों-चीजों का सेवन या कारोबार न करें, काले कपड़े न पहने, हरा रंग निषेध, सांपों को न मारे या उनका तेल न बेचे/न प्रयोग करें।
उपायकुएं में शुद्ध चाँदी डालें, सांप को दूा पिलायें या मजदूर की सेवा करें, भैंसेे/मछली/कौवे को भोजन का हिस्सा देवें।
परोपकार करने से रात का सुख व आराम मिलेगा, योगाभ्यास और पूजा-पाठ करने से भाग्योदय होगा, धन-दौलत बढ़ता जायेगा मगर माया के त्यागी होंगे, परिवार के शुभ कामों पर धन का खर्च होगा, लोगों के सामने हाथ फैलाना, समाज या धर्म के विरुद्ध कार्य करने से आपका मान-सम्मान खराब होगा, समािा लगाने से अमीरी बढ़ती रहेगी, मोटर-कार, मशीनों से सम्बन्धित काम करने से लाभ होगा।
परहेजधन को अहमियत न दें, ाोखे व ठगी का काम न करेंं, हर समय गले में मालादि न पहने।
उपायपीपल के पेड़ को पानी से सींचे (रविवार छोड़ कर), पिता-दादा का आशीर्वाद लेवें, सोने का चौरस टुकड़ा पीले धागे में गले में पहने।
विद्यार्थी है तोे विद्या में रुकावट आ सकती है, रात्रिा के समय विद्या पढ़ने से लाभ होगा, सरकारी या सरकारी विभाग द्वारा सम्मान मिलेगा, सुख के साधन बढ़ेंगे, पत्नी आज्ञाकारी और सेवा करेगी, पत्नी की किस्मत आपके बुरे समय में साथ देगी, शराब आदि पीना अवन्नति देगा, बुजुर्गों को सांस या दमा के रोग का भय।
परहेजकिसी से सफेद वस्तु मुत/गिट न लेवे, झूठ न बोले, झूठा भोजन न खायें/न खिलायें।
उपायबुजुगो के पैरों को छूकर पैरी-पैना कह कर आशीर्वाद लेवे, माथे पर हल्दी/केसर का तिलक करें।
परिवार की तरक्की/बढ़ोत्तरी होगी, हर प्रकार के सुख के साधन मिलेंगे, बुजुगो से सम्पत्ति का लाभ होगा, आत्मनिर्भर बनेंगे, स्वयं उद्यमी और परिवार में नम्बरदार बन सकते है, तम्बोला, जुआदि खेलने से मान-सम्मान खराब होगा, बुजुर्गों की चिंता रहेगी, धन-हानि और सरकारी विभाग से परेशानी हो सकती है।
परहेजमछली का शिकार न करेंं और मछली न खायें, सांपों को न मारे, शिर/माथे पर सरसों का तेल न लगाये, दो रंगी भैंसे की सेवा/पालना न करें।
उपायसांप को दूध पिलायें, माथे पर दूध/दही का तिलक करें, नंगे पैर कभी-कभी ार्म स्थान में नंगे पैर जायें।
धन बढ़ेगा तो परिवार का सुख की चिंता रहेगी, परिवार/जनता द्वारा मद्द मिलती रहेगी, दूसरे लोगों के काम बिगाडें़गे, तो आपकी हानि होगी, अय्याशी की तरफ ध्यान रहेगा, दरिद्र योग बन सकता है, आपको या परिवार के किसी सदस्य को कुत्ते के द्वारा काटने का भय, आंखों में रोग/चोट का भय, धन-हानि या चोरी हो सकती हैै, सर्तक रहे।
परहेजमछलियां न पकड़े, शराब-मीट का सेवन न करेंं, चोरी-ठगी के काम न करेंं, भाई-बंधुओं से धनादि के लिए झगड़ा न करेंं।
उपायतीन कुत्तों को रोटी का हिस्सा देवे, दोहते, साले और दामाद की सेवा करें, आंखों के रोगियों को आंखों की दवाईयां मुत देवे।
किसी के लिए अपना धर्म-ईमान खराब न करेंं, लालची स्वभाव हो, तो परेशानी का कारण बनेगा, आंखों की नजर कमजोर होने का भय, जिसके साथ आपके संबंध होंगे, उसकी हानि होगी, परोपकार करने से भाग्योदय होगा, अण्डा या अण्डे से बनी चीजें न खायें वर्ना पेट खराब हो सकता है, संतान सुख की चिंता या धन हानि का भय।
परहेजदिया हुआ वचन न तोड़ेें, घर में मंदिर का स्थान बना कर, पूजा-पाठ न करेंं।
नोटदीवार पर तस्वीरें टांक कर पूजा-पाठ कर सकते है।
उपायपीला रुमाल (लैमन कलर) प्रयोग करें, शमशान में रुपया-पैसादि दान करेंं।
परोपकार करने से रात का आराम मिलेगा, योगाभ्यास और पूजा-पाठ करने से भाग्योदय होगा, धन-दौलत बढ़ता जायेगा मगर माया के त्यागी होंगे, परिवार के शुभ कामों पर धन का खर्च होगा, समाज या धर्म के विरुद्ध कार्य करने से आपका मान-सम्मान खराब होगा, समािा लगाने से अमीरी बढ़ती रहेगी, मोटर-कार, मशीनों से सम्बन्धित काम करने से लाभ होगा।
परहेजधन को अहमियत न दें, झुठी गवाही न देवें और बदनीयत न रखें, ाोखे व ठगी का काम न करेंं, हर समय गले में मालादि न पहने।
उपायपीपल के पेड़ को पानी से सींचे (रविवार छोड़ कर), पिता-दादा का आशीर्वाद लेवें, सोने का चौरस टुकड़ा पीले धागे में गले में पहने।
धन-परिवार बढ़ेगा, मकान-मशीनरी से संबंिात कामों से लाभ हो सकता है, छोटे भाई या पुत्रा का सुख मिलेगा, परपुरुष/परस्त्री से अवैध संबंध रखने से धन हानि और स्वास्थ्य खराब होगा, कोई भी खुशी का कार्य करना हो, सूर्यास्त के बाद करें, सेहत खराब हो, तो पेट का विशेष ध्यान रखे, विद्या में रुकावट, बुजुर्गी कामों से लाभ न होगा, पिता के धन की हानि हो सकती है।
परहेजनौकरी/व्यापार में बदनीयत न रखें, झूठ न बोले, शराब आदि व्यसनों से दूर रहे, परिवार में खुशी के समय ढोल-बाजे आदि न बजायें।
उपायबंदरों को गुड़ खिलायें, 101 दिन कच्चा दूा शरीर पर मल कर स्नान करेंं, वट वश्क्ष की जड़ के दूध का तिलक करें।
आपको या परिवार में किसी सदस्य को हृदय रोग का भय, तरक्की पाने के लिये बहुत संघष्र्ष करना पड़ेगा, बुजुर्गों की चिंता रहेगी, लोहा-लकड़ी के कामों से लाभ होगा, किसी पर तरस खाना और मुत खाना खिलाना पुलिस कोर्ट की परेशानी देगा, पिता से धनादि का लाभ न होगा मगर उसके लिये धनादि के लिए भाग-दौड़ करनी पडे़गी, परपुरुष/परस्त्री से ईश्क करने से बदनामी मिलेगी और संतान सुख की चिंता रहेंगे, सरकारी विभाग में हैं, तो ट्रांस्फर हो, तो तरक्की होगी।
परहेजपीले वस्त्रा न पहने, ख्वाबों में महल न बनायें, लोगों को हवाई किले न दिखायेंं।
उपायमाथे पर केसर/हल्दी का तिलक करें, 43 तांबे के पैसे जल प्रवाह करें, नाक साफ करके काम पर जाये/काम शुरू करें।
किसी के लिए अपना धर्म-ईमान खराब न करेंं, लालची स्वभाव हो, तो परेशानी का कारण बनेगा, आंखों की नजर कमजोर होने का भय, जिसके साथ आपके संबंध होंगे, उसकी हानि होगी, परोपकार करने से भाग्योदय होगा, अण्डा या अण्डे से बनी चीजें न खायें वर्ना पेट खराब हो सकता है, संतान सुख की चिंता या धन हानि का भय।
परहेजदिया हुआ वचन न तोड़ेें, घर में मंदिर का स्थान बना कर, पूजा-पाठ न करेंं।
नोटदीवार पर तस्वीरें टांक कर पूजा-पाठ कर सकते है।
उपायपीला रुमाल (लैमन कलर) प्रयोग करें, शमशान में रुपया-पैसादि दान करेंं।
घर में धनादि की कमी न रहेगी मगर कारोबार या परिवार की चिंता रह सकती है, हर काम का भेद छुपा कर काम करें, झूठ से दूर रहें, शराब का सेवन करने से जमीन-जायदाद की चिंता रहेगी और तरक्की रुक सकती है, आंखों में कष्ट शुरु हो जाये, तो अशुभ फल शुरु होंगे, पत्नी/पति की चिंता रहेगी, अधिक गुस्सा करने से, सरकारी विभाग से परेशानी या कैद-जुर्माने का भय रहेगा।
परहेजदूसरे के धन व पति/स्त्री पर बुरी नजर न रखें, अपना भेद किसी को न बताये।
उपायदीवान/तख्तपोश पर सोयें, रसोई में बैठ कर खाना खायेंं, रसोई में तांबे के बर्तनों का प्रयोग करें।
धन-परिवार बढ़ेगा, मकान-मशीनरी से संबंिात कामों से लाभ हो सकता है, छोटे भाई या पुत्रा का सुख मिलेगा, परपुरुष/परस्त्री से अवैध संबंध रखने से धन हानि और स्वास्थ्य खराब होगा, कोई भी खुशी का कार्य करना हो सूर्यास्त के बाद करें, सेहत खराब हो, तो पेट का विशेष ध्यान रखे, विद्या में पढ़ते हो, तो विघा रुकावट, बुजुर्गी कामों से लाभ न होगा, पिता के धन की हानि हो सकती है।
परहेजनौकरी/व्यापार में बदनीयत न रखें, झूठ न बोले, शराब आदि व्यसनों से दूर रहे, परिवार में खुशी के समय ढोल-बाजे आदि न बजाये।
उपायबंदरों को गुड़ खिलायें, 101 दिन कच्चा दूा शरीर पर मल कर स्नान करेंं, वट वश्क्ष की जड़ के दूध का तिलक करें।
दिया हुआ वचन न तोड़े, बुजुगो के आशीर्वाद और धार्मिक रहने से किस्मत चमकेगी, सोना-सर्राफी के कामों से लाभ होगा, पिता से दूरी न रखे और उससे झगड़ा न करेंं।
परहेजकिसी को दिया हुआ वचन न तोड़े, खेती और पशुओं से संबंिात काम न करेंं, सोना न बेचे/न गिरवी रखें, नािस्तक न बने।
उपायगंगा स्नान करेंं (हरिद्वार हर की पौड़ी पर), हर सुबह गंगा जल का सेवन/प्रयोग करें।
आपको या परिवार में किसी सदस्य को हृदय रोग का भय, तरक्की पाने के लिये बहुत संघष्र्ष करना पड़ेगा, बुजुर्गों की चिंता रहेगी, लोहा-लकड़ी के कामों से लाभ होगा, किसी पर तरस खाना और मुत खाना खिलाना पुलिस कोर्ट की परेशानी देगा, पिता से धनादि का लाभ न होगा मगर उसके लिये धनादि के लिए भाग-दौड़ करनी पडे़गी, परपुरुष/परस्त्री से ईश्क करने से बदनामी मिलेगी और संतान सुख की चिंता रहेंगे, सरकारी विभाग में हैं तो ट्रांस्फर हो, तो तरक्की होगी।
परहेजपीले वस्त्रा न पहने, ख्वाबों में महल न बनायें, लोगों को हवाई किले न दिखायेंं।
उपायमाथे पर केसर/हल्दी का तिलक करें, 43 तांबे के पैसे जल प्रवाह करें, नाक साफ करके काम पर जाये/काम शुरू करें।
बुजुर्गों से जमीन-जायदाद का लाभ हो सकता है, किराये के मकान में रिहाईश न करेंं, बदनीयती से धन कमाना हानि देगा, परिवार में साथ रहें, मछली खाने और परस्त्री/परपुरुष संबंा से परिवार की बर्बादी होगी, लोगों की भलाई के काम करेंगे, तो हर तरह का आराम मिलेगा, गश्हस्थ/सरकारी विभाग/कारोबार की चिंता रहेगी।
परहेजबीयर, शराबादि का सेवन न करेंं, स्वास्थ्य खराब के समय पत्नी/पति से शारीरिक संबंा न बनायेंं वर्ना बीमारी बढ़ती जाएगी, भाई-बंधुओं से धोखा न करेंं।
उपायमाथे पर केसर/हल्दी का तिलक करें, मीठा भोजन धर्म स्थान में देवें और खायेंं, भैरों मंदिर में शराब चढ़ायें, सूर्याेदय से पहले घर से बाहर कच्ची मिट्टी पर सरसों का तेल गिरायें।
धन लाभ होगा और सुख के साधनों में वश्द्धि होगी, संकट के समय भगवान की मद्द मिलती रहेगी, किसी के अधीन न रहेंगे और न ही धन की कमी रहेगी, शरीर में खून की कमी हो सकती है, परपुरुष/परस्त्री से संबंध रखने से आमदनी होते हुए भी कर्ज होेगा, स्वास्थ्य खराब और बिना कसूर बदनामी/सजा-जुर्माना का भय।
परहेजदुसरों के धनादि पर बुरी नजर न रखें, बेसहारा लोगों को कष्ट न देवें।
उपायदेसी घी, आलू और दही या केसर और चने की दाल धर्म स्थान में देवें, शुद्ध सोने का चौरस टुकड़ा पीले धागे में गले में पहनें।
दिया हुआ वचन न तोड़े, बुजुगो के आशीर्वाद और धार्मिक रहने से किस्मत चमकेगी, सोना-सर्राफी के कामों से लाभ होगा, पिता से दूरी न रखे और उससे झगड़ा न करेंं।
परहेजकिसी को दिया हुआ वचन न तोड़े, खेती और पशुओं से संबंिात काम न करेंं, सोना न बेचे/न गिरवी रखें, नािस्तक न बने।
उपायगंगा स्नान करें (हरिद्वार हर की पौड़ी पर), हर सुबह गंगा जल का सेवन/प्रयोग करें।
जमीन-जायदाद का सुख मिलेगा, सरकारी विभाग से लाभ होगा, धार्मिक वश्त्ति हो, तो तरक्की के बाद अवन्नति होगी, दूसरों की इज्जत करने से आपका मान-सम्मान बढे़गा, जादूगरी आदि विद्या में रुचि रहेगी, शराब का सेवन अवन्नति देगा, ससुराल की तरक्की या उनको धनादि का लाभ होगा, घोड़ा-गाड़ी, कार आदि का सुख मिलेगा, किसी से झगड़ा करेंगे, तो खराब समय शुरु होगा।
परहेजभाग-दौड़ के काम न करेंं, रिवाल्वर-बंदूक आदि हथियार अपने पास या घर पर न रखें।
उपायशिर पर चोटी रखें, माथे पर केसर/हल्दी का तिलक करें, 10 नेत्राहीन व्यक्तियों को स्वादिष्ट भोजन खिलायें।
धार्मिक कायो में अग्रणी रहेंगे, संतान सुख की चिंता रह सकती है, पति/पत्नी के भाग्य में तरक्की होगी, ट्रांस्फर होने या यात्रा करने से तरक्की होगी, आवारा साधु-फकीर से संबंध रखने से हानि होगी, बुजुर्गों को सांस या दमा के रोग का भय।
परहेजसोना-चांदी आदि धातु के धार्मिक चिन्हों या भगवान के चित्राों वाले िसक्के न रखें, धर्म स्थान से मिले पीले वस्त्रा न रखें/न पहने, धार्मिक पुस्तकें बक्सादि में बन्द करके न रखें।
उपायशुद्ध ठोस चाँदी घर में रखें, आपकी पत्नी जब भी मायके जाये, वहां से कुछ न कुछ घरेलु सामान जरुर लाये।
धन लाभ होगा और सुख के साधनों में वश्द्धि होगी, संकट के समय भगवान की मद्द मिलती रहेगी, किसी के अधीन न रहेंगे और न ही धन की कमी रहेगी, शरीर में खून की कमी हो सकती है, परपुरुष/परस्त्री से संबंध रखने से आमदनी होते हुए भी कर्ज होेगा, स्वास्थ्य खराब और बिना कसूर बदनामी/सजा-जुर्माना का भय।
परहेजदुसरों के धनादि पर बुरी नजर न रखें, बेसहारा लोगों को कष्ट न देवें।
उपायदेसी घी, आलू और दही या केसर और चने की दाल धर्म स्थान में देवें, शुद्ध सोने का चौरस टुकड़ा पीले धागे में गले में पहनें।
जमीन-जायदाद आदि की बढ़ोत्तरी होगी, कर्ज हो तो उतर सकता है, पराविद्याओं (ज्योतिष आदि) में रुचि रहेगी, सोना-चांदी, वस्त्राों से संबंधित कामों से लाभ होगा, समाज सेवा और भलाई के काम करने से बर्कत बढ़ेगी, ससुराल का धन-दौलत बढ़ेगा, सरकारी विभाग में कार्यरत है तो तरक्की होगी।
परहेजभाग-दौड़ के काम न करेंं, तम्बोला, जुआदि न खेलें, शराब-मछली का सेवन न करेंं, परपुरुष/परस्त्री, धनादि पर बुरी नजर न रखें।
उपायहर सुबह माथे पर हल्दी/केसर का तिलक करें, घर की छत साफ रखें।